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स्वयं सहायता समूह में नई नौकरी (Nayi Naukri): UP में ड्रेस सिलाई का काम!

क्या आप स्वयं सहायता समूह (Self Help Group – SHG) से जुड़ी हैं और नई जॉब (Nayi Job) या रोजगार के अवसर (Rojgar ke Avsar) तलाश रही हैं? उत्तर प्रदेश सरकार की एक खास पहल आपके लिए फायदेमंद हो सकती है! उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के बच्चों की स्कूल ड्रेस सिलाई का काम अब SHG Mahilaon को दिया जा रहा है।

samuh men iprp ki naukari

राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत, ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की SHG ki Mahilayein इस Mission Rojgar का हिस्सा बन सकती हैं।


स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सिलाई का काम कैसे मिलेगा? (SHG Mahilaon ko Silai ka Kam Kaise Milega?)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने COVID-19 संकट से पहले ही Mission Rojgar के तहत SHG Mahilaon को रोजगार देने की घोषणा की थी। इसके तहत, राज्य में बांटी जा रही स्कूली ड्रेस की सिलाई का कॉन्ट्रैक्ट विशेष रूप से Swayam Sahayata Samuh को देने का प्रावधान किया गया था।

काम पाने के लिए पात्रता और शर्तें (Eligibility and Conditions):

  • समूह की सक्रियता (Samuh ki Sakriyata): यह सिलाई कॉन्ट्रैक्ट केवल उन्हीं SHG को मिलेगा जो पूरी तरह से सक्रिय (Active) हैं।
  • नियमों का पालन (Niyamo ka Palan): समूह को स्वयं सहायता समूह के सभी नियमों और दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करना होगा।
  • रिकॉर्ड का रखरखाव (Record Rakh Rakhav): समूह के रजिस्टर (Register) और SHG Members की पूरी जानकारी, साथ ही साप्ताहिक बचत (Weekly Bachat) का पूरा ब्यौरा (Details) उपलब्ध होना चाहिए।
  • समूह की अवधि (Samuh ki Avadhi): ऐसे समूहों को प्राथमिकता दी जाएगी जो कम से कम एक से डेढ़ वर्ष पुराने (1-1.5 Years Old) हों, और अधिमानतः लगभग 4 साल या उससे अधिक (4+ Years Old) पुराने हों।

फिलहाल, COVID-19 संकट के कारण इस योजना पर अभी तक कोई नए दिशा-निर्देश (New Guidelines) जारी नहीं हुए हैं। लेकिन जैसे ही बच्चों की स्कूली ड्रेस की सिलाई का काम फिर से शुरू होगा, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं (Swayam Sahayata Samuh ki Mahilaon) को इसकी जानकारी दी जाएगी। जो SHG इस रोजगार (Rojgar) के लिए आवेदन (Apply) करेंगे, उन्हें यह काम आवंटित किया जाएगा।


स्वयं सहायता समूह को इस योजना से कैसे मिलेगा लाभ? (SHG ko Is Yojana se Kaise Milega Labh?)

उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं (Swayam Sahayata Samuh ki Mahilaon) के लिए कई मायनों में फायदेमंद है:

  1. नियमित आय (Niyamit Aay): स्कूल ड्रेस की सिलाई का काम मिलने से SHG ki Mahilaon को एक नियमित आय (Regular Income) का स्रोत मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत (Strong Financial Condition) होगी।
  2. स्थानीय स्तर पर रोजगार (Local Level Rojgar): यह काम महिलाएं अपने घर पर या स्थानीय स्तर (Local Level) पर ही कर सकेंगी, जिससे उन्हें बाहर जाकर नौकरी (Naukri) ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
  3. कौशल का उपयोग (Kaushal ka Upyog): जिन Mahilaon के पास सिलाई का हुनर (Skill) है, वे अपने कौशल का उपयोग करके कमाई (Kamayi) कर सकेंगी।
  4. आत्मनिर्भरता (Atmanirbharta): यह योजना Mahilaon को आत्मनिर्भर (Self-Reliant) बनने और अपने परिवार के खर्चों में योगदान (Contribution) करने का अवसर देगी।
  5. समूह की मजबूती (Samuh ki Majbooti): समूह को यह बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिलने से उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, जिससे वे भविष्य में अन्य बड़े प्रोजेक्ट्स (Projects) के लिए भी आवेदन (Apply) कर सकेंगे।

जैसे ही इस कार्य के लिए वित्तीय टेंडर (Financial Tender) पास होंगे, उत्तर प्रदेश स्वयं सहायता समूह (UP Swayam Sahayata Samuh) से जुड़ी महिलाएं अपना टेंडर भरकर यह काम ले सकती हैं। इसके लिए वे स्वयं सहायता समूह ऋण (SHG Loan) का उपयोग करके बाजार से कच्चा माल (Raw Material) खरीद सकती हैं और अपने घर पर ही ड्रेस सिलाई का काम प्रारंभ कर सकती हैं।

यह योजना ग्रामीण और शहरी Mahilaon के लिए एक सुनहरा अवसर (Golden Opportunity) है जो स्वयं सहायता समूह (SHG) के माध्यम से अपनी आजीविका (Livelihood) बढ़ाना चाहती हैं।

क्या आप स्वयं सहायता समूह (Self Help Group) से जुड़ी हैं और ऐसी किसी नई जॉब (Nayi Job) या रोजगार के अवसर (Rojgar ke Avsar) की तलाश में हैं?

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