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स्वयं सहायता समूह (SHG) की लिस्ट UP में कैसे देखें और क्या है SHG? | Swayam Sahayata Samuh List

क्या आप उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में स्वयं सहायता समूह (Self Help Group – SHG) से जुड़ी हैं या जुड़ना चाहती हैं? इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि आप उत्तर प्रदेश स्वयं सहायता समूह की लिस्ट (UP Swayam Sahayata Samuh List) कैसे देख सकती हैं, SHG क्या है, और इसके रजिस्ट्रेशन (Registration) से लेकर मिलने वाले विभिन्न लाभों और नौकरियों (Jobs) तक की पूरी जानकारी!


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स्वयं सहायता समूह क्या है? (Swayam Sahayata Samuh Kya Hai? – SHG Full Form)

स्वयं सहायता समूह (SHG) का पूरा नाम Self Help Group है। यह भारत सरकार के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (National Rural Livelihoods Mission – NRLM) के तहत शुरू की गई एक पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत (Financially Strong) बनाना, उनमें बचत (Savings) की आदत डालना और उन्हें रोजगार (Rojgar) के अवसर प्रदान करना है।

  • गठन (Gathan): एक स्वयं सहायता समूह का गठन आमतौर पर 10 से 12 महिलाएं मिलकर करती हैं।
  • पदाधिकारी (Padadhikari): समूह में अध्यक्ष (Adhyaksh), कोषाध्यक्ष (Koshadhyaksh), और सचिव (Sachiv) जैसे प्रमुख पदाधिकारी होते हैं।
  • रजिस्ट्रेशन (Registration): समूह का रजिस्ट्रेशन ब्लॉक स्तर पर, ऑनलाइन कंप्यूटर के माध्यम से, या किसी CSC जन सेवा केंद्र पर किया जा सकता है।
  • मुख्य उद्देश्य (Mukhya Uddeshya): महिलाएं समूह बनाकर वित्तीय लेनदेन (Financial Transactions) करती हैं, साप्ताहिक बैठक (Weekly Meeting) में बचत जमा करती हैं, और उस बचत को समूह के बैंक खाते (Bank Account) में रखती हैं। सरकार इस बचत पर सामान्य बचत खाते से अधिक ब्याज (Interest) देती है। इसके अलावा, समूह के सदस्यों को विभिन्न उद्यमों (Enterprises) के लिए ऋण (Loan) भी दिया जाता है।
  • सामाजिक उद्देश्य (Samajik Uddeshya): SHG का एक बड़ा सामाजिक उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को शराब और शोषण जैसी समस्याओं से मुक्ति दिलाकर आत्मनिर्भर बनाना भी है।

उत्तर प्रदेश स्वयं सहायता समूह की लिस्ट ऑनलाइन मोबाइल पर कैसे निकालें? (UP SHG List Online Mobile Par Kaise Nikalen?) 📱

आप भारत सरकार के राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत चल रहे स्वयं सहायता समूहों की लिस्ट, जिसमें उत्तर प्रदेश के किसी भी गांव में कितने SHG चल रहे हैं और उनमें कितनी महिलाएं जुड़ी हैं, यह सब अपने मोबाइल पर ऑनलाइन देख सकती हैं।

यहां स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया दी गई है:

  1. NRLM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं (NRLM Official Website Par Jayein):
    • अपने मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउज़र (Browser) में NRLM या राष्ट्रीय आजीविका मिशन सर्च करें।
    • सर्च रिजल्ट्स में सबसे ऊपर आने वाले NRLM की आधिकारिक वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करें। (यह लिंक आमतौर पर nrlm.gov.in से संबंधित होगा)।
    • नोट: आपने अपनी पोस्ट में एक बाहरी वेबसाइट का लिंक (https://www.google.com/search?q=sarkariresultfreejob.com) और एक वीडियो का जिक्र किया है, लेकिन यहाँ मैं सीधे NRLM की आधिकारिक प्रक्रिया बता रहा हूँ जो सबसे विश्वसनीय है।
  2. राज्य (State) चुनें: वेबसाइट पर आने के बाद, आपको सबसे पहले अपने राज्य का चुनाव करना होगा। इसमें “उत्तर प्रदेश” (Uttar Pradesh) का चयन करें।
  3. जिला (District) चुनें: राज्य चुनने के बाद, आपको अपने जिले (District) का चयन करना होगा।
  4. विकास क्षेत्र/ब्लॉक (Vikas Kshetra/Block) चुनें: जिला चुनने के बाद, आपको अपना विकास क्षेत्र (Development Block) या ब्लॉक (Block) चुनना होगा।
  5. ग्राम (Village) चुनें: ब्लॉक चुनने के बाद, आपको उस संबंधित ब्लॉक में आने वाले सभी ग्रामों (Villages) की लिस्ट मिल जाएगी। इसमें से अपने ग्राम (Village) का चयन करें।
  6. सबमिट करें और लिस्ट देखें (Submit Karen aur List Dekhein):
    • ग्राम चुनने के बाद, “सबमिट” (Submit) बटन पर क्लिक करें।
    • जैसे ही आप सबमिट बटन पर क्लिक करेंगे, आपके ग्राम में जितने भी स्वयं सहायता समूह चल रहे होंगे, उनके नाम और उनसे जुड़ी महिलाओं की संख्या सहित पूरी जानकारी आपके सामने आ जाएगी।

स्वयं सहायता समूह रजिस्ट्रेशन UP में कैसे करें? (Swayam Sahayata Samuh Registration UP Mein Kaise Karen?)

उत्तर प्रदेश के किसी भी ग्राम में स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन के दो मुख्य तरीके हैं:

1. समूह सखी या NRLM अधिकारियों के माध्यम से रजिस्ट्रेशन:

  • आपको अपने गांव या क्षेत्र की समूह सखी (Samuh Sakhi) का पता करना होगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की तरफ से नियुक्त की गई समूह सखी प्रत्येक ग्राम पंचायत या शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में समूह के गठन का कार्य करती हैं।
  • आप उनसे मिलकर समूह गठन की पूरी प्रक्रिया समझ सकती हैं।
  • गठन के चरण (Gathan ke Charan):
    1. अपने गांव या शहरी क्षेत्र में 10 से 12 महिलाओं को समूह में जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
    2. अपने समूह का एक नाम तय करें (जैसे, तुलसी प्रेरणा समूह, माँ जानकी प्रेरणा समूह आदि)।
    3. समूह की महिलाएं सप्ताह के किसी एक निश्चित दिन प्रत्येक सप्ताह एक बैठक करें।
    4. बैठक की जानकारी एक रजिस्टर में नोट करें।
    5. रजिस्टर में समस्त हिसाब-किताब (जैसे बैठक में कितना धन जमा हुआ, नई जानकारी) दर्ज करें।

2. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन (Online Registration):

आप स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन भी करवा सकती हैं। यह किसी CSC जन सेवा केंद्र या खुद के कंप्यूटर/मोबाइल फोन से किया जा सकता है।

  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पोर्टल: खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड (KVIC) के पोर्टल जैसे लिंक (https://www.kviconline.gov.in/pmegpeportal/jsp/pmegponlineNI.jsp?BENF_CD=4) पर जाएं।
  • फॉर्म भरें (Form Bharein): वहां दिए गए फॉर्म को सावधानीपूर्वक भरें। इसमें समूह का नाम, रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्ति का नाम, आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर, स्पॉन्सरिंग एजेंसी (Sponsoring Agency) के रूप में KVIC, अपने राज्य, जिले और ग्राम का पूरा पता जैसी जानकारी पूछी जाएगी। (*) चिन्ह वाले कॉलम भरने अनिवार्य हैं।

रजिस्ट्रेशन के बाद की प्रक्रिया:

  • ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, आपको अपने विकासखंड (ब्लॉक) स्थित राष्ट्रीय आजीविका मिशन कार्यालय (NRLM Office) में ब्लॉक मिशन मैनेजर (Block Mission Manager – BMM) से संपर्क करना होगा।
  • BMM को अपने समूह से जुड़ी सभी जानकारी दें (जैसे समूह का नाम, सदस्यों की संख्या)। वे आपको समूह गठन के लिए एक पुस्तिका (Booklet) और कुछ फॉर्म देंगे, जिन्हें भरकर जमा करना होगा।
  • फॉर्म जमा करने के बाद, NRLM अधिकारियों द्वारा बताई गई बैंक में समूह के नाम से खाता खुलवाना (Account Opening) होगा।
  • खाता खुलने के बाद, साप्ताहिक बैठक में जमा किए गए धन को बैंक खाते में नियमित रूप से जमा करना होगा।
  • आपका समूह गठन तभी पूरा माना जाएगा जब आपके समूह का नाम ऑनलाइन लिस्ट में दिखने लगेगा। आप ऊपर बताई गई प्रक्रिया (nrlm.gov.in पर) से अपने समूह का नाम ऑनलाइन चेक कर सकती हैं।

स्वयं सहायता समूह (SHG) से मिलने वाले लाभ और नौकरियां (SHG Benefits and Jobs) ✨

स्वयं सहायता समूह से जुड़ने पर महिलाओं को अनेक प्रकार के लाभ मिलते हैं। NRLM द्वारा समय-समय पर विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है:

स्वयं सहायता समूह से प्रमुख लाभ (SHG Ke Pramukh Labh):

  1. वित्तीय ज़रूरतों की पूर्ति: महिलाएं अपनी वित्तीय ज़रूरतों को पूरा कर पाती हैं।
  2. आपातकालीन ऋण: आर्थिक संकट या महामारी के समय SHG बैंक खाते (SHG Bank Account) से आसानी से ऋण (Loan) प्राप्त हो जाता है।
  3. बचत पर अधिक ब्याज: साप्ताहिक बचत पर सरकार द्वारा सामान्य बचत खाते से अधिक ब्याज मिलता है।
  4. न्यूनतम ब्याज पर ऋण: किसी भी रोजगार या लघु उद्योग के लिए ₹6,50,000 तक का लोन (Loan) बहुत कम ब्याज दर पर मिलता है।
  5. आर्थिक सशक्तिकरण: महिलाओं में बचत की क्षमता विकसित होती है और उनकी आर्थिक स्थिति सुधरती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बनती हैं।
  6. योजनाओं का लाभ: NRLM की अनेक योजनाओं और प्रोत्साहनों का लाभ मिलता है।

स्वयं सहायता समूह में विभिन्न प्रकार की नौकरियां (SHG Mein Jobs):

NRLM द्वारा SHG से जुड़ी महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न पदों पर संविदा (Contractual) आधारित नौकरियां भी दी जाती हैं। यह मुख्यतः रोजगार के अवसर होते हैं जिनका मानदेय निर्धारित होता है।

  1. समूह सखी (Samuh Sakhi):
    • कार्य: अपने ग्राम पंचायत में 2-3 समूहों के संचालन और मार्गदर्शन का कार्य। ग्राम संगठन से जुड़कर काम करती हैं।
    • वेतन: NRLM द्वारा मासिक वेतन दिया जाता है।
  2. BC सखी (Banking Correspondent Sakhi):
    • कार्य: मिनी बैंक के रूप में गांव में पैसे का लेनदेन (जमा/निकासी), आधार आधारित भुगतान (AEPS) करना।
    • आय: लेनदेन पर कमीशन के रूप में ₹9,000 से ₹15,000+ प्रति माह कमा सकती हैं।
    • सहायता: लैपटॉप/कंप्यूटर और फिंगरप्रिंट डिवाइस सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
  3. पशु सखी (Pashu Sakhi):
    • कार्य: समूह की महिलाओं को पशुओं से संबंधित जानकारी और योजनाओं के बारे में बताना।
    • आवेदन: ब्लॉक स्तर पर ऑफलाइन आवेदन लिए जाते हैं।
  4. बैंक सखी (Bank Sakhi):
    • कार्य: स्थानीय ग्रामीण बैंकों में रहकर समूहों के कार्य (जैसे बैंक खाता खुलवाना, CCL लोन फॉर्म भरवाना) करवाना।
    • अंतर: BC सखी से अलग, ये बैंक में ही काम करती हैं।
  5. बिजली सखी (Bijli Sakhi) / बिजली दीदी:
    • कार्य: गांव में बिजली मीटर की रीडिंग करना, उपभोक्ताओं को बिजली बिल देना, और बिल जमा करवाना।
    • वेतन: सरकार द्वारा मासिक मानदेय दिया जाता है।
    • आवश्यकता: स्मार्टफोन और थर्मल प्रिंटर (स्वयं के खर्च पर) की आवश्यकता होती है।

स्वयं सहायता समूह से जुड़कर रोजगार शुरू करें (SHG se Judkar Rojgar Shuru Karen):

SHG से जुड़ी महिलाएं ₹6,50,000 तक का CCL लोन (Cash Credit Limit Loan) न्यूनतम ब्याज दर पर लेकर अनेक प्रकार के लघु उद्योग (Small Industries) शुरू कर सकती हैं:

  • अचार और पापड़ का व्यवसाय
  • मोमबत्ती उद्योग
  • अगरबत्ती बनाना
  • डेयरी उद्योग
  • ई-रिक्शा खरीदकर ‘आजीविका एक्सप्रेस’ योजना के तहत कमाई
  • रेडीमेड वस्त्र और सिलाई का कार्य (सरकारी स्कूलों की ड्रेस सिलाई)
  • सोलर दीदी बनकर सोलर लैंप व्यवसाय

स्वयं सहायता समूह से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न (Swayam Sahayata Samuh Important Questions and Answers) ❓

प्रश्न 1. स्वयं सहायता समूह का गठन ग्रामीण क्षेत्र में ही किया जाता है? उत्तर: हाँ, स्वयं सहायता समूह का गठन मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों में ही किया जाता है। शहरी क्षेत्रों में इसे दीनदयाल अंत्योदय योजना (Deendayal Antyodaya Yojana) के नाम से भी जाना जाता है।

प्रश्न 2. स्वयं सहायता समूह में कौन-कौन सी नौकरियां हैं? उत्तर: स्वयं सहायता समूह में जुड़ी पढ़ी-लिखी महिलाओं को NRLM द्वारा संविदा पर अनेक प्रकार की नौकरियां/रोजगार के अवसर दिए जाते हैं, जैसे समूह सखी, BC सखी, बैंक सखी, पशु सखी, बिजली सखी आदि। हालांकि, ये पद अक्सर संविदा पर होते हैं और इनका निश्चित वेतनमान नहीं होता, बल्कि मानदेय या कमीशन आधारित होते हैं।

प्रश्न 3. स्वयं सहायता समूह के क्या लाभ हैं? उत्तर: SHG से जुड़ने पर महिलाओं में बचत की क्षमता विकसित होती है, आपातकालीन और रोजगार के लिए कम ब्याज दर पर ऋण मिलता है, आर्थिक स्थिति सुधरती है, और विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ मिलता है।

प्रश्न 4. स्वयं सहायता समूह से कितने रुपए का लोन लिया जा सकता है? उत्तर: समूह की ग्रेडिंग (Grading) अच्छी होने पर SHG से ₹15,000 से लेकर ₹6,50,000 तक का लोन लिया जा सकता है।

प्रश्न 5. स्वयं सहायता समूह का लोन लेने के बाद क्या उसे लौटाना पड़ता है? उत्तर: हाँ, स्वयं सहायता समूह में लोन लेने के बाद समूह को ब्याज सहित लोन को लौटाना पड़ता है। हालांकि, SHG को बैंक द्वारा न्यूनतम ब्याज दरों पर लोन प्रदान किया जाता है।

प्रश्न 6. स्वयं सहायता समूह में रजिस्टर कैसे बनाए जाते हैं? उत्तर: स्वयं सहायता समूह में रजिस्टर बनाने की पूरी प्रक्रिया में बैठक रजिस्टर, बचत रजिस्टर, ऋण रजिस्टर आदि शामिल होते हैं, जिनका सही लेखा-जोखा रखना अनिवार्य है।

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