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swayam sahayata samuh loan किन किन कामों के लिए लिया जा सकता है| swayam sahayata samuh loan kaise len

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत चल रहे स्वयं सहायता समूह (Self Help Group – SHG) अपनी सदस्यों की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के लोन प्रदान करते हैं। क्या आप जानना चाहती हैं कि SHG लोन (Loan) किन-किन कामों के लिए लिया जा सकता है और इसकी निकासी (Withdrawal) किसके नाम पर होती है? आइए, विस्तार से समझते हैं।

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स्वयं सहायता समूह लोन किन-किन कामों के लिए लिया जा सकता है?

स्वयं सहायता समूह में महिलाएं विभिन्न उद्देश्यों के लिए लोन ले सकती हैं। यह लोन केवल व्यावसायिक ज़रूरतों के लिए ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत और आकस्मिक ज़रूरतों के लिए भी उपलब्ध होता है।

SHG लोन आमतौर पर निम्नलिखित कामों के लिए लिया जा सकता है:

  • लघु, सूक्ष्म अथवा मध्यम उद्योग (Micro, Small, or Medium Industry) के लिए: यह SHG लोन का सबसे प्रमुख उद्देश्य है। महिलाएं छोटे व्यवसाय शुरू करने या अपने मौजूदा व्यवसाय को बढ़ाने के लिए यह लोन ले सकती हैं। उदाहरण के लिए:
    • सिलाई का काम
    • हस्तशिल्प उत्पादन
    • छोटी दुकान खोलना
    • पशुपालन (जैसे बकरी पालन, मुर्गी पालन)
    • कृषि संबंधी गतिविधियाँ (जैसे बीज खरीदना, खाद डालना)
    • किराना स्टोर या अन्य खुदरा व्यवसाय
  • गंभीर बीमारी हेतु (For Serious Illness): परिवार में किसी सदस्य के गंभीर रूप से बीमार होने पर इलाज के खर्चों को पूरा करने के लिए भी लोन लिया जा सकता है।
  • शादी-विवाह हेतु (For Marriage Expenses): परिवार में बेटी या बेटे के विवाह जैसे सामाजिक कार्यों के लिए भी सदस्य समूह से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
  • प्राकृतिक आपदा आने पर (In Case of Natural Calamity): बाढ़, सूखा, या अन्य किसी प्राकृतिक आपदा के कारण हुए नुकसान की भरपाई या तात्कालिक ज़रूरतों के लिए भी SHG लोन एक सहारा बनता है।
  • उपभोग व उत्पादन के लिए (For Consumption and Production): स्वयं सहायता समूह के सदस्यों को यह स्वतंत्रता होती है कि वे आपस में विचार-विमर्श करके यह निर्णय ले सकें कि सदस्यों को किस काम के लिए ऋण दिया जाए। इसका मतलब है कि लोन का उपयोग व्यक्तिगत उपभोग की ज़रूरतों (जैसे बच्चों की पढ़ाई, घर की मरम्मत) के साथ-साथ आय-सृजन करने वाली उत्पादन गतिविधियों (जैसे ऊपर बताए गए व्यवसाय) के लिए भी किया जा सकता है।

महत्वपूर्ण बात: समूह के सदस्य आपसी सहमति और नियमों के आधार पर किसी भी वैध ज़रूरत के लिए लोन देने का निर्णय ले सकते हैं, बशर्ते वह समूह के वित्तीय स्वास्थ्य और वापसी की क्षमता को प्रभावित न करे।


स्वयं सहायता समूह में लोन की निकासी किसके नाम पर होती है?

स्वयं सहायता समूह में लोन की निकासी किसी एक व्यक्तिगत सदस्य के नाम पर नहीं होती है। यह एक महत्वपूर्ण नियम है जो समूह के सामूहिक स्वरूप को बनाए रखता है।

लोन निकासी की प्रक्रिया:

  1. समूह द्वारा निर्णय: सबसे पहले, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अपनी साप्ताहिक या मासिक बैठक में विचार-विमर्श करती हैं। वे मिलकर यह निर्णय लेती हैं कि समूह के किस सदस्य को या किस उद्देश्य के लिए लोन की आवश्यकता है और कितनी धनराशि की ज़रूरत है।
  2. समूह के खाते से निकासी: लोन की निकासी समूह के नाम पर खोले गए बैंक खाते (SHG Bank Account) से ही होती है। यह पैसा किसी व्यक्तिगत सदस्य के नाम पर सीधे नहीं आता, बल्कि समूह के खाते में क्रेडिट होता है, और फिर समूह के आंतरिक नियमों के अनुसार सदस्य को दिया जाता है।
  3. बैंक में आवेदन: समूह बैंक में जाकर अपने स्वयं सहायता समूह के नाम पर लोन हेतु फॉर्म भरता है। इस फॉर्म में लोन के उद्देश्य और संबंधित सदस्य (यदि व्यक्तिगत आवश्यकता के लिए है) का विवरण होता है।
  4. बैंक द्वारा समीक्षा: फॉर्म भरने के बाद, बैंक के अधिकारी उसकी समीक्षा (Review) करते हैं। वे समूह के लेनदेन रिकॉर्ड, पंच सूत्रों के पालन और समूह की वित्तीय स्थिरता की जांच करते हैं।
  5. लोन का वितरण: समीक्षा और स्वीकृति के बाद, लोन की धनराशि समूह के बैंक खाते में जमा कर दी जाती है, और फिर समूह के निर्णय के अनुसार लाभार्थी सदस्य को वितरित की जाती है

यह प्रक्रिया पारदर्शिता सुनिश्चित करती है और यह भी सुनिश्चित करती है कि समूह के सभी सदस्य लोन लेने और चुकाने की प्रक्रिया में शामिल हों, जिससे जवाबदेही बनी रहे।


क्या आपके मन में स्वयं सहायता समूह लोन से जुड़ा कोई और सवाल है, या आप किसी अन्य जानकारी के बारे में जानना चाहती हैं?

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