राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत चल रहे स्वयं सहायता समूहों (Swayam Sahayata Samuh) के लिए CCL लोन (Cash Credit Limit Loan) एक महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता है। यह लोन ग्रामीण महिलाओं को सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्योग (Micro, Small, or Medium Industry) शुरू करने या विस्तार करने में मदद करता है।
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आइए, जानते हैं कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं CCL का पैसा किस प्रकार निकाल सकती हैं, इसमें कितनी धनराशि मिलती है, कितना ब्याज लगता है, और इसे कब तक वापस करना होता है।
स्वयं सहायता समूह में CCL क्या है और इसका पैसा कब मिलता है?
सबसे पहले, समूह गठन के बाद आपके समूह के नाम से राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुड़े किसी बैंक में एक बैंक खाता खुलवाया जाता है। CCL का पैसा प्राप्त करने के लिए, आपके समूह को कुछ महत्वपूर्ण मानदंडों का पालन करना होता है।
CCL की धनराशि प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्तें:
- समूह की जागरूकता: समूह की महिलाएं अपने उद्देश्यों और कार्यों के प्रति पूरी तरह जागरूक (Aware) होनी चाहिए।
- नियमित साप्ताहिक बैठकें: समूह की साप्ताहिक बैठकें (Weekly Meetings) नियमित रूप से होनी चाहिए।
- बैंक खाते में अच्छा लेनदेन: स्वयं सहायता समूह के बैंक खाते में लेनदेन (Transactions) अच्छी प्रकार से होना चाहिए। इसमें साप्ताहिक बैठक के दौरान जमा किए गए पैसे को नियमित रूप से बैंक में जमा कराना शामिल है।
- पूर्ण लेखा-जोखा: स्वयं सहायता समूह से जुड़े सभी रजिस्टर (Register) और कार्यपुस्तिकाएं (Workbooks) पूरी तरह से अपडेटेड और सही लेखा-जोखा (Accounts) से परिपूर्ण होनी चाहिए।
- निश्चित उद्देश्य: समूह को एक निश्चित उद्देश्य (Specific Purpose) के लिए इस धनराशि हेतु आवेदन करना होगा, जैसे कि कोई नया व्यवसाय शुरू करना या मौजूदा व्यवसाय का विस्तार करना।
- पिछले लोन की समय पर वापसी: यदि समूह ने पहले कोई बैंक लोन लिया है, तो उसकी समय पर वापसी (Timely Repayment) हुई होनी चाहिए।
- पंच सूत्रों का पालन: स्वयं सहायता समूह को ‘पंच सूत्रों’ (Panch Sutras) का कड़ाई से पालन करना चाहिए (नियमित बैठक, नियमित बचत, आंतरिक ऋण, नियमित ऋण वापसी, और नियमित लेखा-जोखा)।
CCL का पैसा कब मिलता है?
आमतौर पर, समूह के 6 महीने से लेकर 1 साल तक सफलतापूर्वक संचालन के बाद, जब समूह उपरोक्त सभी शर्तों को पूरा करता है, तब बैंक समूह को CCL के रूप में ₹1,00,000 (एक लाख) से लेकर ₹1,50,000 (एक लाख पचास हजार) तक का बैंक लोन देती है।
CCL का पैसा कैसे निकालें और क्या है प्रक्रिया?
CCL की धनराशि प्राप्त करने के लिए आपको एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
- CCL फॉर्म प्राप्त करें: स्वयं सहायता समूह को सबसे पहले अपने विकासखंड (Block) में स्थित राष्ट्रीय आजीविका मिशन (NRLM) के कार्यालय में जाकर CCL फॉर्म प्राप्त करना होगा।
- बैंक में दस्तावेज जमा करें: इसके बाद, आपको अपने बैंक जाना होगा जहाँ आपके समूह का खाता है। यहाँ आपको अपने जमा-निकासी रजिस्टर (Deposit-Withdrawal Register) और साप्ताहिक बैठक रजिस्टर (Weekly Meeting Register) को बैंक अधिकारी को दिखाना होगा। साथ ही, विकासखंड से प्राप्त CCL फॉर्म को भी बैंक में जमा करना होगा।
- CCL बैंक खाता खोलना: फॉर्म जमा करने के बाद, उसी बैंक में आपके समूह का एक और खाता खोला जाएगा, जिसे CCL बैंक खाता कहा जाएगा। ध्यान दें कि CCL का पैसा आपके बचत खाते में न आकर सीधे इसी CCL बैंक खाते में आएगा।
- प्रार्थना पत्र (Application Letter): CCL की धनराशि निकालने के लिए आपको बैंक को एक प्रार्थना पत्र लिखना होगा। इस प्रार्थना पत्र में समूह से जुड़े सभी सदस्यों की सहमति और उनके हस्ताक्षर (Signatures) होने चाहिए।
- मार्गदर्शन प्राप्त करें: CCL का प्रार्थना पत्र लिखने के लिए आप अपनी समूह सखी (Samuh Sakhi) से संपर्क कर सकती हैं या अपने विकासखंड में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के कार्यालय में जाकर प्रार्थना पत्र के प्रारूप (Format) के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। NRLM के अधिकारी आपको प्रार्थना पत्र से संबंधित सभी जरूरी जानकारी और इस धनराशि को कैसे निकालना है, इसकी पूरी प्रक्रिया समझाएंगे।
बैंक यह धनराशि एक निश्चित अवधि के बाद और समूह के द्वारा बैंक से अच्छे लेनदेन तथा स्वयं सहायता समूह के सभी जरूरी नियमों का पालन करने के बाद ही प्रदान करती है। इस धनराशि को लेकर स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं अपने क्षेत्र में आसानी से स्वरोजगार (Self-Employment) खोल सकती हैं।

CCL लोन की धनराशि पर कितना ब्याज लगता है?
CCL की धनराशि सामान्य बैंक ऋण (Bank Loan) की तरह होती है, जिस पर बैंक द्वारा निश्चित ब्याज दर (Interest Rate) पर लोन दिया जाता है।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत चल रहे स्वयं सहायता समूहों को बैंक द्वारा ₹1,00,000 से लेकर ₹1,50,000 तक की धनराशि CCL के रूप में प्रदान की जाती है। बैंक इस धनराशि पर सामान्य व्यक्तिगत या व्यावसायिक लोन की तुलना में कुछ कम ब्याज दर लगाती है।
- CCL लोन पर ब्याज दर: इस धनराशि पर बैंक द्वारा आमतौर पर 7.50% से लेकर 9.50% तक का ब्याज लगाया जाता है।
- सामान्य लोन पर ब्याज दर: जबकि सामान्य लोन पर बैंक 9% से लेकर 12% तक या इससे अधिक का ब्याज लगाती है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह धनराशि बैंक द्वारा सरकारी अनुदान (Government Grant) के रूप में नहीं दी जाती है। यह एक लोन है जिसे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार खोलने हेतु प्रदान किया जाता है और इसे नियमानुसार चुकाना होता है।

CCL की धनराशि को कब तक लौटाना होता है?
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को CCL की धनराशि को 2 साल से लेकर 5 साल तक की अवधि में लौटाना होता है।
- यदि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस धनराशि को 1 वर्ष से 2 वर्षों के भीतर चुका देती हैं, तो इस धनराशि पर उन्हें लगभग 7% तक का कम ब्याज देना पड़ सकता है।
- वहीं, यदि इस धनराशि को वे 3 से 5 वर्षों की लंबी अवधि में लौटाती हैं, तो उन्हें 9% से अधिक का ब्याज देना पड़ सकता है।
समय पर और जल्दी लोन चुकाने से समूह की साख (Creditworthiness) बढ़ती है, जिससे भविष्य में उन्हें अधिक धनराशि का लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
क्या आपके मन में CCL लोन से जुड़ा कोई और सवाल है, या आप किसी अन्य स्वयं सहायता समूह योजना के बारे में जानना चाहती हैं?